Page 144 - Constitution
P. 144
70 Years of Indian Years of Indian
Constitution
Constitution
भारतीय गणतंत्र की संिैधावनक
संकल्पनाः ्परं्परा और आधुवनकता
आधुतनक भारिीय ििदीय लोकिंत्र की यात्रा का प्रसथान
ं
त्बंदु प्राय: प्रथम सवाधीनिा िंग्ाम के िूत्रपाि की तितथ,
10 मई 1857 को माना जािा है। यद्यतप यह भी तवडं्बना
ही है तक इि सविंत्रिा िंग्ाम को ‘तिपाही तवद्रोह’ की
िंज्ा देने वाले वयसकि भारिीय अकादतमक िमुदाय में
प्रो. संजरीर कुमार शमावा आज भी आशचय्णजनक रूप िे ्बड़ी और प्रभावकारी
िंखया में हंै। यह भी अकारर नहीं है तक आधुतनक भारि
की राजनीतिक वयवसथा के िमसि उपकररों, तनकायों,
िंसथाओं, प्रातधकाररयों िथा अतभकररों के तनषपतति-िूत्र
तचतनिि करिे िमय हम अतयंि गव्ण और उतिाह के िाथ
ं
भारि के वि्णमान ितवधान िे पूव्णविजी दुतनया के दूिरे देशों
के ितवधानों पर दृसषटपाि करिे हैं।
ं
144 70 Years of Indian Constitution